नई दिल्ली: भारत के औषधि महानियंत्रक (DCGI) की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने रूस के स्पुतनिक लाइट वन-शॉट (Sputnik Light one-shot) कोविड-19 वैक्सीन (COVID19 vaccine) की सिफारिश की है.
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को कहा कि देश में 15 वर्ष से 18 वर्ष के आयु वर्ग के 65 प्रतिशत किशोरों को कोविड-19 रोधी टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है. मांडविया ने ट्वीट किया, ‘‘यंग इंडिया का ऐतिहासिक प्रयास जारी… केवल एक महीने में 15 वर्ष से 18 वर्ष के आयु वर्ग के 65 प्रतिशत बच्चों को टीके की पहली खुराक दी गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान रच रहा नए कीर्तिमान.’’
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक 34.90 लाख पात्र किशोरों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है. सुबह सात बजे तक प्राप्त अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में टीके की 55 लाख से अधिक खुराक दिए जाने के साथ, देश में अब तक कुल मिलाकर 168.47 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है.
देश भर में टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को पहले चरण में टीका लगाया गया था. अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का टीकाकरण पिछले साल दो फरवरी से शुरू हुआ था. बाद के चरण में अलग-अलग उम्र समूहों के लिए टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई.
इस वर्ष तीन जनवरी से 15 वर्ष से 18 वर्ष के आयु वर्ग के किशोरों के लिए कोविड-19 रोधी टीकाकरण का चरण शुरू हुआ. इसके बाद 10 जनवरी से स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों, चुनावी ड्यूटी पर तैनात किए जाने वाले कर्मचारियों, विभिन्न रोगों से ग्रस्त वरिष्ठ नागरिकों के लिए ‘एहतियाती’ खुराक देने की शुरुआत की गई.